15 अगस्त मनाऐंगे
15 अगस्त मनाऐंगे
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे,
झूमेंगे गाऐगे खुशियॉ खूब मनाऐंगे!
दान हुआ बलिदान हुआ धरती पर वीरो से,
तोप तमंचो से हुआ संगीनो तीरो से,
आज शहीदो को जन से परिचित कराऐंगे,
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे !
राम की धरती है ईसा अल्लाह गुरुवाणी की,
राजगुरु सुखदेव भगत सिह झॉसी की रानी की,
आज उन्ही गाथाओं को हम याद मे लाऐंगे,
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे !
द्वेष की भाषा भुला के प्रेम की जोत जगाऐंगे,
राष्ट्रप्रेम की भाषा सब जन को बतलाऐंगे,
कर्तव्य परायण सब हो हम ये मंन्त्र सिखाऐंगे,
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे !
आज के दिन निकाला था दुश्मन अंग्रेजो को ,
तोड दिए बन्धन चुना फूलो की सेजो को,
आज गली घर घर मे राष्ट्र पताका फहराऐंगे,
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे !
धन धान्य से भरी है धरती कमी नही कोई,
सभी रहे खुशहाल आंख यहा नमी नही कोई,
सबको अपना क्या है अब हम हक दिलाऐंगे ,
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे ,
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे,
झूमेंगे गाऐंगे खुशियॉ खूब मनाऐंगे,
भारत के हम वासी 15 अगस्त मनाऐंगे….!
सुरेन्द्र सिहं रावत (जीवन की मुस्कान)
🙂