जन्म भूमि बुला रही है याद पुरानी दिला रही है
जन्म भूमि बुला रही है याद पुरानी दिला रही है,
आज मुरली नौसुर्या,
तुमथै बुलोणी आवा तुम !डीजे का गीतो पर तुमरा,
खुट्टा थिरकदिन अब बला,
थडिया चॉचरी चौफला,
अब धै लगोणी आवा तुम
आज मुरली नौसुर्या,
तुमथै बुलोणी आवा तुम !फिल्म देखी देखि तुम भी,
अब त फिल्मी ह्वेग्यवा,
तीलू रौतेली, रामी बौराणी,
तुम थै बुलोणी आवा तुम,
आज मुरली नौसुर्या,
तुमथै बुलोणी आवा तुम !कख भटिग्यो अपरापर्यो,
यी बात यादम लावा तुम,
डॉडी कॉठी,दूध माटी,
बिसरवॉ छ्वया कू पाणी तुम,
आज मुरली नौसुर्या,
तुमथै बुलोणी आवा तुम,
कवि..सुरेन्द्र सिहं रावत